एक दायरे का दूसरे दायरे से मेल न खाना समस्याएँ पैदा करता है.
2.
संयुक्त परिवारों के विखरने का एक कारण और होता है महिलाओं के विचारों का आपस में मेल न खाना.
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संयुक्त परिवारों के विखरने का एक कारण और होता है महिलाओं के विचारों का आपस में मेल न खाना.
4.
शरीर और भावनाओं का मेल न खाना और स्वयं को गलत शरीर में कैदी सोचना, हारमोन ले कर या शल्यक्रिया से अपने बाह्य शरीर को बदलना, इन सब का अर्थ है कि उस व्यक्ति का सारा जीवन संघर्ष और पीड़ा से गुज़रेगा.
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शरीर और भावनाओं का मेल न खाना और स्वयं को गलत शरीर में कैदी सोचना, हारमोन ले कर या शल्यक्रिया से अपने बाह्य शरीर को बदलना, इन सब का अर्थ है कि उस व्यक्ति का सारा जीवन संघर्ष और पीड़ा से गुज़रेगा.
6.
सरकारी नौकरी वाले दामाद की चाहत, गौ जैसी बहू की चाह, लड़के और घर वालों की पसंद का मेल न खाना, बेबस लड़का जैसे मुद्दे तो सच्चाई हैं लेकिन मुझे लगा कि आप लगातार इन मुद्दों को डायलूट करके, थोड़ा मसाले का पुट देते चल रहे हैं।
7.
जैसे कि कुछ भीतर से स्वयं को स्त्री सोचने वाला पुरुष, किसी स्त्री की तरफ आकर्षित हो सकता हैं और दूसरी तरफ, अधिकतर समलैंगिक पुरुष अपने पुरुष शरीर से संतुष्ट हैं और स्त्री शरीर नहीं चाहते.शरीर और भावनाओं का मेल न खाना और स्वयं को गलत शरीर में कैदी सोचना, हारमोन ले कर या शल्यक्रिया से अपने बाह्य शरीर को बदलना, इन सब का अर्थ है कि उस व्यक्ति का सारा जीवन संघर्ष और पीड़ा से गुज़रेगा.